Process synchronization in OS in Hindi – प्रोसेस सिंक्रनाइजेशन क्या है ?

Process synchronization in Operating System in Hindi – प्रोसेस सिंक्रनाइजेशन क्या है ?

Process synchronization एक ऑपरेटिंग सिस्टम में एक महत्वपूर्ण और जरूरी अंश है जो एक समय में एक से ज्यादा processes (प्रक्रियाओं) के बीच सही से काम करने का सामंजस्य बनाए रखता है। इसका मुख्य उद्देश्य है कि किसी भी समय पर सिस्टम के विभिन्न हिस्सों में चल रहे प्रक्रियाओं एक दूसरे को रोके बिना एक साथ काम कर सकें।

सोचें कि एक कम्प्यूटर सिस्टम में दो programs चल रहे हैं जो एक ही समय में एक ही संसाधन का उपयोग कर रहे हैं, जैसे कि एक ही फ़ाइल को एक समय में दो programs द्वारा पढ़ा जा रहा है। इस स्थिति में, यदि Synchronization नहीं हो, तो एक प्रोग्राम दूसरे पर किसी भी समय में अपने changes को लागू कर सकता है और यह समस्या उत्पन्न कर सकती है।

Process synchronization का उपयोग संसाधनों की एक सही तरीके से साझा करने के लिए किया जाता है, ताकि एक समय में केवल एक process ही संसाधन का उपयोग कर सके। इससे दो processes के बीच गतिविधियों का संरचित और सुरक्षित रूप से संचालन हो सकता है, जिससे सिस्टम की स्थिति में कोई असुविधा नहीं होती।

जब कई प्रोसेसेस साथ-साथ काम करते हैं, तो कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे कि डेटा तकरारी (data contention), साझा संसाधनों (shared resources) का उपयोग, और समन्वित तकनीकी (coordination technical) समस्याएं। प्रोसेस सिंक्रनाइजेशन इन समस्याओं का समाधान करने के लिए डेटा की सुरक्षित तकरारी, स्थिति स्थिति की निगरानी, और अन्य तकनीकी उपायों का उपयोग करता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई प्रोसेस अपने कार्यों को सही समय पर पूरा कर सकता है और दूसरे प्रोसेसेस के साथ मिलकर तकरारी कर सकता है, process synchronization विभिन्न तकनीकों का उपयोग करता है जैसे कि Lock, Semaphore, और Mutual Execution

सिंक्रनाइजेशन की आवश्यकताएँ | Key requirements of synchronization mechanisms in Hindi

यहाँ synchronization की प्रमुख आवश्यकताएँ हैं:

1. Locks: एक प्रमुख तकनीक है Lock , जिसे processes इस्तेमाल करते हैं ताकि केवल एक process ही किसी साझा संसाधन का उपयोग कर सके। यदि किसी प्रोसेस ने एक संसाधन को lock किया है, तो दूसरे प्रोसेस को इंतजार करना होता है जब तक कि लॉक नहीं खुलता। इससे Race Condition  और Deadlock जैसी समस्याएं आती हैं।

2. Semaphore: यह एक अन्य प्रकार का Synchronization Tool है जो control विधियों का management करता है। सेमाफोर में एक मान होती है जो बताती है कि कितने प्रोसेस्सेस एक समय में किसी साझा संसाधन का उपयोग कर सकती हैं।

3. Mutual Exclusion: इसका मतलब है कि केवल एक process ही किसी साझा संसाधन का उपयोग कर सकता है। इसके लिए locks या semaphore का इस्तेमाल किया जाता है।

4. Critical Section: एक प्रोसेस का वह हिस्सा जिसमें वह साझा संसाधन का उपयोग कर रहा है, को ‘artificial inheritance’ कहा जाता है। इसे सही तरीके से synchronized करना महत्वपूर्ण है।

इन तकनीकों का सही इस्तेमाल करके प्रोसेस synchronization सुनिश्चित करता है कि साझा संसाधनों का सही तरीके से उपयोग हो रहा है और कोई असुविधा नहीं हो रही है।

रेस कंडीशन क्या है ? | Race Condition in Operating System in Hindi

Race condition एक Operating System में होने वाली स्थिति है जब दो या दो से अधिक प्रोसेस्सेस साझा संसाधन का उपयोग करने की कोशिश करती हैं और इसके परिणामस्वरूप unexpected या अनजाने तरीके से परिणाम होता है। इसे ‘Race condition’ कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोसेस्सेस एक दूसरे के साथ एक रेस की तरह दौड़ती हैं, और जो process जल्दी से साझा संसाधन प्राप्त करता है, वही विजयी होता है।

एक उदाहरण के रूप में, suppose करें कि दो प्रक्रिया एक ही फ़ाइल को पढ़ने और लिखने का प्रयास कर रहे हैं। पहला process फ़ाइल को पढ़ रहा है, जब दूसरा प्रक्रिया उसी फ़ाइल को लिखने का प्रयास कर रहा है। इस स्थिति में, जब पहला process फ़ाइल को पढ़ रहा है, दूसरा प्रक्रिया उसी समय में उसे लिखने का प्रयास कर सकता है, जिससे अनियमितता उत्पन्न होती है और फ़ाइल का स्थिति unwanted रूप से बदल सकता है।

प्रोसेस सिंक्रनाइजेशन के लाभ | Advantages of Process synchronization in Hindi

Process synchronization के कई लाभ हैं, जो ऑपरेटिंग सिस्टम में सही और सुरक्षित काम को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं। यहाँ कुछ मुख्य लाभ हैं:

1. Support of rest condition: प्रोसेस सिंक्रनाइजेशन से, Race Condition को रोका जा सकता है। रेस कंडीशन एक स्थिति है जब दो या दो से अधिक प्रोसेस एक समय में साझा संसाधन का उपयोग करने की कोशिश करते हैं और एक दूसरे को असमर्थ कर देते हैं। Synchronization के माध्यम से, इस तरह की स्थितियों को रोका जा सकता है और साझा संसाधनों का सही तरीके से उपयोग हो सकता है।

2. Deadlock Resistance: Deadlock एक स्थिति है जब दो या दो से अधिक प्रोसेस साझा संसाधनों को प्राप्त करके एक दूसरे का इंतजार करते हैं, जिससे कार्य स्थगित हो जाता है। Synchronization Deadlock को प्रतिरोधित करने में मदद कर सकता है और सुनिश्चित कर सकता है कि सिस्टम सामंजस्यपूर्ण रूप से काम कर रहा है।

3. Correct data sharing: Synchronization के माध्यम से, processes को सही रूप से डेटा शेयर करने में मदद होती है। जब एक प्रोसेस एक साझा संसाधन का उपयोग कर रहा है, तो दूसरे processes को इंतजार करना पड़ता है ताकि कोई डेटा की गड़बड़ी ना हो।

4. Secure critical section: Artificial inheritance के माध्यम से, सिंक्रनाइजेशन सुनिश्चित करता है कि कोड का वह हिस्सा जिसमें साझा संसाधनों का उपयोग हो रहा है, सुरक्षित और structured हो। इससे डेटा की क्षति से बचा जा सकता है और सिस्टम स्थिर रह सकता है।

इन तकनीकों का उपयोग करके process synchronization सुनिश्चित करता है कि साझा संसाधनों का सही और सुरक्षित रूप से उपयोग हो रहा है, जिससे सिस्टम कार्यात्मक और स्थिर रहता है।

प्रोसेस सिंक्रनाइजेशन के नुकसान | Disadvantages of Process synchronization in Hindi

Process synchronization के कुछ नकारात्मक पहलुओं को समझने के लिए हमें यह समझना होगा कि कभी-कभी यह विभिन्न कारणों से परेशानीजनक हो सकता है। यहां कुछ मुख्य नकारात्मक पहलुएं हैं:

1. Mandatory lock wait: Synchronization के लिए locks का इस्तेमाल करने के कारण, यह हो सकता है कि कुछ process lock को प्राप्त करने के लिए अनिवार्यता से इंतजार कर रहे हों, जिससे कार्यक्रम का कुछ हिस्सा बिना इंतजार के स्थगित हो जाता है। यह सिस्टम की क्षमता को कम कर सकता है।

2. Danger of deadlock: सिंक्रनाइजेशन के दौरान, Deadlock का खतरा हो सकता है, जिसमें दो या दो से अधिक प्रोसेसेस एक दूसरे के साझा संसाधनों की इंतजार करते हैं और कार्य स्थगित हो जाता है। Deadlock समस्या को हल करना आमतौर पर जटिल हो सकता है।

3. Cost of blocking and waking: लॉक को प्राप्त करने और छोड़ने के लिए प्रोसेसेस को इंतजार करना पड़ता है, जिससे उनकी कार्रवाई में थोड़ा सा समय बितता है। इसे ‘blocking’ और ‘Waking’ की लागत कहा जाता है और इससे सिस्टम की कुल कार्रवाई पर असर होता है।

4. Process-related time anonymity: सिंक्रनाइजेशन के लिए कुछ तकनीकों का इस्तेमाल करने पर, कुछ प्रोसेसेस को अधिक समय तक इंतजार करना पड़ सकता है, जिससे उनका कार्य धीमा हो सकता है और सिस्टम की प्रदर्शन में कमी हो सकती है।

5. Complexity to develop: सिंक्रनाइजेशन का सही तरीके से विकसित करना जटिल हो सकता है, विशेषकर जब बड़े और जटिल सिस्टम्स के साथ काम किया जा रहा है।

इन नकारात्मक पहलुओं के बावजूद, process synchronization का सही और यथासंभाव इस्तेमाल से सिस्टम को सुरक्षित और सामंजस्यपूर्ण बनाए रखने में मदद कर सकता है।

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