HTML क्या है और इसके प्रकार – What is HTML in Hindi

HTML का परिचय

नमस्ते दोस्तों! आज हम इस ब्लॉग पोस्ट में ‘(HTML – Hypertext Markup Language)’ पर चर्चा करेंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि HTML क्या होता है और इसका क्या महत्व है? HTML Web p[ages को तैयार करने के लिए उपयोग होने वाली मानक Language है। यह वेब डेवलपमेंट के लिए सबसे महत्वपूर्ण भाषाओं में से एक है और वेब पेजों को transmit करने के लिए उपयोग किया जाता है। इस पोस्ट में, हम HTML के काम, और उपयोग के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। तो बिना देर कीजिए, चलिए शुरू करते हैं!

HTML (Hyper Text Markup Language) क्या है

Hyper Text Markup Language  एक web development language है जो Web Pages को बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह एक Standard Markup Language है जिसका उपयोग वेब Browsers द्वारा वेब पेज को structured करने के लिए किया जाता है। यह विभिन्न Tag और Attributes का उपयोग करके एक वेब पृष्ठ की Structure को परिभाषित करने के लिए होता है।

HyperText Markup Language वेब पृष्ठ के संरचना और अर्थ को परिभाषित करने के लिए बहुत उपयोगी है। यह Tags का समूह है, जिन्हें खुलने और बंद होने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे विभिन्न हिस्सों को पहचाना जा सकता है, जैसे कि Basic headings, paragraphs, images, hyperlinks, tables, forms, आदि।

इसके द्वारा बनाए जाने वाले वेब पेज में Text, Image, Link, Video, Audio, Form, तालिकाएं आदि शामिल हो सकती हैं। इसमें विभिन्न टैग्स (जैसे कि <p>, <h1>, <img>, <a> आदि) होते हैं जो ब्राउज़र को बताते हैं कि Text को कैसे प्रदर्शित करना है और किस प्रकार से interact करना है।

एक साधारित HTML Document <html>, <head>, और <body> टैग्स के साथ शुरू होता है। <html> टैग के अंदर <head> में meta data, title, और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी होती है जो Browsers को बताती है कि Web Pages क्या है। <body> में वास्तविक वेब पृष्ठ की सारी सामग्री होती है।

Syntax of HTML in Hindi

Structure of HTML

Hyper Text Markup Language के तत्व

यहां HTML के कुछ मुख्य तत्वों को  दिखाया गया है:

Element Details Example
<!DOCTYPE> डॉक्टाइप (Document Type) Specified करता है <!DOCTYPE html>
<html> HTML Document को शुरू करता है <html>…</html>
<head> Meta-information, titles, scripts इत्यादि को धारित करता है <head>…</head>
<body> Pages की प्रमुख सामग्री को चित्रित करता है <body>…</body>
<h1> to <h6> Headings को प्रदर्शित करते हैं <h1>Main title</h1>
<p> paragraph को चित्रित करता है <p>This is a paragraph.</p>
<a> Hyperlinks बनाने के लिए किया जाता है <a href=”https://www.example.com”>Example link</a>
<img> Images को Pages में शामिल करने के लिए उपयोग होता है <img src=”image.jpg” alt=”image description”>
<ul>, <ol>, <li> Unorderd list बनाने के लिए उपयोग होते हैं <ul><li>First item</li><li>Second item</li></ul>
<div> Web Pages  को Section में विभाजित करने के लिए किया जाता है <div style=”background-color: lightblue;”><p>This is a div.</p></div>

Hyper Text Markup Language के लाभ

इसके कई लाभ हैं जो इसे वेब डिजाइन और Development में एक महत्वपूर्ण भाषा बनाते हैं। यहां HTML के कुछ मुख्य लाभ हैं:

  • इससे एक सरल Markup Language  है, जिससे इसका उपयोग बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसमें बेसिक Tags का सामूहिक और स्थानीय बनाने का विकल्प होता है, जो नए Developers को इसका सीखने में साहाय्य करता है।
  • HTML एक मानक भाषा है और इसे Web Browsers  द्वारा समझा जा सकता है, इसलिए यह Internet  पर स्थिरता सुनिश्चित करने में मदद करता है।
  • Hyper Text Markup Language अनुकरणीय (exemplary) है और विभिन्न डिवाइसों और Browsers पर अच्छी तरह से काम करता है। इससे Web pages को अलग-अलग Screen Size और resolutionपर समर्थित करना सुनिश्चित होता है।
  • इससे कई अन्य वेब technologies के साथ संगत है, जैसे कि CSS (Cascading Style Sheets) और JavaScript, जो वेब पृष्ठों को और भी आकर्षक बनाने में मदद करते हैं।
  • Hyper Text Markup Language एक खुला मानक है, जिससे किसी भी Developers ने इसे उपयोग करके विभिन्न platform पर customized किया जा सकता है।
  • इसके Source code को किसी भी Technology से खोला जा सकता है, जिससे यह Developers को अनुकूलन और समीक्षा करने में मदद करता है।
  • HTML के चारों ओर एक बड़ा समुदाय है जो संबंधित जानकारी Share करता है और सहायता करता है, जिससे डेवेलपर्स नए और बेहतर तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।

HTML वेब डिज़ाइन और डेवेलपमेंट की दुनिया में एक महत्वपूर्ण रूप से स्थान बनाए रखता है और इसका उपयोग विभिन्न प्रकार की Websites बनाने में होता है।

HTML

HTML के नुकसान

HTML के कुछ हानिकारक पहलुओं की चर्चा करने से पहले, यह जरूरी है कि हम समझें कि HTML एक markup Language है और इसका मुख्य उद्देश्य सामग्री को structured रूप से प्रदर्शित करना है। इसमें कुछ हानिकारक पहलुओं का होना स्वाभाविक है।

  • Hyper Text Markup Language static है, यानी कि यह सामग्री को स्थिरता से प्रदर्शित करता है। इसमें गतिशीलता और चलने वाली सामग्री की कमी होती है, जिससे Users को आकर्षित करने में कठिनाई हो सकती है।
  • Hyper Text Markup Language केवल Elements को structured करने में मदद करता है और इसमें extensiveऔर Advanced Design की कमी होती है। High-level design और  interactivity को प्रदर्शित करने के लिए अन्य तकनीकों की आवश्यकता होती है।
  • HTML एक Markup Language  होने के कारण, यह Code को विचारशीलता से बाहर कर सकता है। कई बार बड़े परियोजनाओं में, कोड की पर्वाह न करने के कारण मुश्किलें उत्पन्न हो सकती हैं।
  • Hyper Text Markup Language एक स्थिर भाषा है और इसमें सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कम तकनीकी सुविधाएं हैं। इसलिए, अगर इसका उपयोग भरपूर सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाए, तो अन्य तकनीकों की आवश्यकता हो सकती है।
  • विभिन्न ब्राउज़र्स HTML को अलग-अलग रूप में समझते हैं और प्रदर्शित करते हैं, इससे Browser Optimization में कई बार समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  • HTML स्वतंत्र रूप से डेटा को Store नहीं कर सकता है, जिससे Users को login या Profile Information सहेजने के लिए अन्य तकनीकों की आवश्यकता हो सकती है।

यह जरूरी है कि ये हानिकारक पहलुएँ HTML के मुख्य गुणों को पूरा नहीं करतीं हैं, लेकिन ये समझातीं हैं कि HTML का केवल उपयोग करने से ही Websites या Web Application नहीं बनता है, और अन्य तकनीकों की भी आवश्यकता हो सकती है।

HyperText Markup Language का उपयोग

HTML का विस्तार से उपयोग विभिन्न तरह की वेब डिज़ाइन और डेवेलपमेंट कार्यों में किया जा सकता है, जो आमतौर पर वेबसाइट बनाने में उपयोग होता है। यहां HTML के विभिन्न अनुप्रयोगों की एक सूची है:

  • Web Page Design: इसका सबसे मुख्य और प्रमुख उपयोग Web Pages  का डिज़ाइन करने में होता है। इसके माध्यम से विभिन्न तरह के तत्व जैसे कि Headings, paragraphs, images, hyperlinks, और बनाए जा सकते हैं जो एक आकर्षक और structured pages  बनाने में मदद करते हैं।
  • Web Application Development: इसका उपयोग वेब Application Development में भी होता है। इसके साथ CSS और JavaScript का Combination करके user interfaces बनाया जा सकता है जो एक Users को विभिन्न क्रियाएँ करने की अनुमति देता है।
  • Multimedia Display: इसका  उपयोग unique multimedia प्रदर्शन के लिए भी होता है। इसमें audio, video, and graphics को पृष्ठों में embedding करने की सुविधा होती है।
  • Web Forms: इसका  उपयोग Web Forms बनाने में होता है जिससे Users से जानकारी एकत्र की जा सकती है। यह Users से डेटा प्राप्त करने और इसे Server पर भेजने की सुविधा प्रदान करता है।
  • Hypertext Links: इसका उपयोग Hypertext Links बनाने के लिए होता है, जो एक Pages से दूसरे Pages पर जाने के लिए उपयोग होता है।
  • Web Site Structure: यह  वेबसाइट की Structure को परिभाषित करने के लिए भी उपयोग होता है। यह वेबPages, sections, and headings को व्यवस्थित रूप में देखने में मदद करता है।
  • Web storage: इसका उपयोग Local Storage  और session storage के साथ किया जा सकता है, जिससे browser में डेटा को Stored करने की सुविधा मिलती है।
  • Mobile and Responsive Design: इसका उपयोग मोबाइल डिवाइसों के लिए Responsive Design बनाने में भी होता है, जिससे Pages को विभिन्न Devices पर सही रूप से प्रदर्शित किया जा सकता है।

इसका उपयोग विभिन्न तरह की वेब डिज़ाइन और Development कार्यों में किया जा सकता है और यह Website बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

HTML के प्रकार

यह  कई प्रकार के होते हैं, जो विभिन्न उद्देश्यों के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। यहां कुछ मुख्य प्रकार की विस्तार से जानकारी है:

  1. HTML 4.01: यह HTML का पहला मानक था और 1999 में Chirpingay Docs ने इसे प्रकाशित किया था। इसमें सामान्य Tags का उपयोग होता है और इसमें एक मुख्य table, a main subtitle, और मुख्य सामग्री होने की अनुमति दी गई है।
  2. HTML5: यह  वर्तमान में सबसे लोकप्रिय है और इसमें विशेषताएँ शामिल हैं जोMultimedia, Graphics, and Interactivity को समर्थित करने में मदद करती हैं। इसमें ऑडियो और वीडियो समर्थन, Local storage, और बहुगुण (polygamous) सामग्री का समर्थन है।
  3. XHTML (Extensible Hypertext Markup Language): XHTML HTML का एक alternative version है जो XML (eXtensible Markup Language) के साथ मिलकर बनाया गया है। यह सख्त एकाधिकारिता (strict proficiency) और धाराप्रवाह के लिए निर्देशित है और इसमें case sensitivity है।
  4. HTML+TIME (Timed Interactive Multimedia Extensions): यह Microsoft द्वारा विकसित किया गया था और इसमें Multimedia range support, time-based interactivity, और Timeline Control शामिल है।
  5. HTML 2.0: इसमें पहली बार Forms, anchor pages, and meta-tags जैसी विशेषताएँ शामिल की गई थीं। यह 1995 में Chirpingay Docs द्वारा बनाया गया था।
  6. HTML 3.2: इसमें ज़ियादा से ज़ियादा Browsers के समर्थन को बढ़ावा देने के लिए तीन Paragraphs की विशेषताएँ शामिल की गईं, जो 1997 में चिरपिंगे डॉक्स द्वारा बनाया गया था।
  7. HTML 3.0: इसमें Style Sheets , Scripting, and apposition को समर्थित करने के लिए जुड़ाव किया गया था। यह 1995 में Southern Wild Webb Scholars (W3C) द्वारा बनाया गया था।

ये थे कुछ मुख्य एचटीएमएल version जो समय के साथ विकसित हुए हैं। यह  वर्तमान में सबसे लोकप्रिय है और इसका उपयोग सबसे अधिक किया जाता है, क्योंकि इसमें बहुत सारी नई विशेषताएँ हैं जो modern web design को समर्थित करने में मदद करती हैं।

Conclusion:

समापन बधाई! HTML Web Pages को तैयार करने के लिए उपयोग होने वाली मानक भाषा है। इस पोस्ट में, हमने HTML के काम, और उपयोग के बारे में जानकारी प्राप्त की। आशा है कि आपको इस पोस्ट से अच्छी जानकारी मिली होगी। अगर आपके पास इस विषय पर कोई प्रश्न या सुझाव हैं, तो कृपया हमें नीचे Comment करें। धन्यवाद!”

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